आओ चलो चलें नबी अल्लाह के राह पे
दिल को लगा -२ के चले मुस्तफा के राह पे
आओ करें एहतराम बुजुर्गाने दिन का
सिक्वे मिटा -२ के चलें वाली अल्लाह के राह पे
आओ भटको को राह दिखाएँ अल्लाह के वास्ते
ईमान बचा -२ के चलें हबीबल्लाह के राह पे
वसीला जरूरी है सच्चे मुसलमान के लिए
भेजो दरूद बार -२ चलो चलें ख्वाजा के राह पे
मौत आती है जिस तरह बहाने से
वसीला भी जरूरी है दो जहाँ के लिए
मैदान-ऐ -मेहसर में जलवागर होंगे नबी अल्लाह
दामन पकड़ -२ के चलो चलें गौसे आजम के राह पे